नियमित अनुपालन से वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर नहीं होती परेशानी-जोगानी

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ICAI

24 मार्च 2023

नागपुर - आईसीएआई की डब्ल्यूआईआरसी की नागपुर शाखा के पूर्व अध्यक्ष सीए कैलाश जोगानी ने 11 मार्च 2023 को मेकिंग मार्च मीनिंगफुल पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि समयबद्ध अनुपालन से वित्तीय वर्ष समाप्त होने में परेशानी नहीं होगी। सीए कैलाश जोगानी ने सभा को संबोधित करते  हुए विभिन्न सावधानियां रखने एव विभिन्न नियमों के नियमित अनुपालन के लिए सलाह देते हुए ग्राहकों को इस बाबत बताया। 

उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे में ग्राहकों को सक्रिय रूप से सलाह देकर और अगले वित्तीय वर्ष के लिए की जाने वाली योजनाओं के बारे में सलाह देकर सीए व्यावसायिक संगठनों के लिए बहुत मददगार हो सकते हैं। कहा कि सीए को विभिन्न प्रावधानों संबंध में ग्राहकों की मदद करनी चाहिए, जिनका अनुपालन विभिन्न कारणों से नहीं किया गया हो सकता है और अपनाए जाने वाले उपायों पर सलाह दें।

सीए संजय एम अग्रवाल, अध्यक्ष नागपुर शाखा ने सभी सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कहा कि समय पर अनुपालन के लिए प्रत्येक ग्राहक सलाह के लिए सीए की तरफ देखता है और यह सेमिनार, जो नागपुर शाखा का  प्रतिष्ठित कार्यक्रम है, सदस्यों को अपने ग्राहकों को प्रभावी ढंग से सलाह देने में मदद करता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा दी गई सक्रिय सलाह भी अनुपालन को सुचारू  रूप से करने में मदद करने हेतु आवश्यक है।
          
सीए गोविंद बत्रा ने वक्ता और आयकर पर विशेषज्ञ संकाय के रूप में बोलते हुए सदस्यों को वित्त विधेयक में विभिन्न परिवर्तनों के बारे में सूचित किया जिसे नियमित अनुपालन के लिए ग्राहकों को सजग करने की आवश्यकता है। उन्होंने आयकर अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों जैसे पार्टनरशिप फर्मों के पुनर्गठन पर करदेयता, टीडीएस और टीसीएस आदि के बारे में भी सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया।

विद्वान वक्ता सीए ओ एस बगड़िया ने कंपनी कानून और सीएआरओ विषय पर बात की, जिसमें उन्होंने कंपनी अधिनियम की धारा 185 और 186 पर विस्तार से बात की और सदस्यों को वित्तीय वर्ष के अंत से पहले ध्यान रखने वाले विभिन्न प्रावधानों के बारे में बताया। उन्होंने जुर्माने के बारे में भी विचार-विमर्श किया, जो अनुपालन का ध्यान नहीं रखने पर लगाया जाएगा। 

सीए रितेश मेहता ने जीएसटी अधिनियम के तहत मार्च से पहले पूरा किए जाने वाले अनुपालन पर बात की। उन्होंने विशेष रूप से शाखा हस्तांतरण पर जीएसटी की प्रयोज्यता, उत्पादन शुरू होने तक इनपुट टैक्स क्रेडिट, जीएसटी लॉगिन के डैशबोर्ड पर तुलनात्मक उपकरण, हर साल निर्यात के मामले में लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलयूटी) जमा करने सहित अन्य विषयों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने उन प्रावधानों की भी जानकारी दी जो अप्रैल 2023 से लागू होंगे।

सीए आशीष सावजी ने बैंकर के दृष्टिकोण से अनुपालन पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने बैंकिंग उद्योगों से बेहतर नियमों और शर्तों के लिए उधारकर्ता द्वारा पालन किए जाने वाले वर्तमान अनुपात, टीओएल-टीएनडब्ल्यू, ऋण इक्विटी अनुपात, आहरण शक्ति आदि जैसे विभिन्न सामान्य बैंकिंग मापदंडों के बारे में सदस्यों को जागरूक किया। उन्होंने अवगत कराया कि किसी भी दंड शुल्क से बचने के लिए बैंक के स्वीकृति पत्र के नियमों और शर्तों का अनुपालन किया जाना चाहिए।

सीए दिनेश राठी, सचिव ने संगोष्ठी का समन्वय किया और सीए स्वरूपा वजलवार, कोषाध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सीए जितेंद्र सागलानी, निवर्तमान अध्यक्ष, सीए दीपक जेठवानी (एमसीएम), सीए तृप्ति भट्टड (एमसीएम), सीए अजय वासवानी (एमसीएम) और 60 से अधिक चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित थे।





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