COSIA
28 नवम्बर 2023
नागपुर - फिलहाल,महाराष्ट्र में बिजली उत्पादन की कमी की वजह से उद्योगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है जिससे इकाईयों की उत्पादन क्षमता बाधित होती है। इसके अलावा महाराष्ट्र में उद्योगों की बिजली दर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक होने से कैप्टिव सोलर सिस्टम्स लगाने से पावर बिल मे कटौती हो सकती है जिससे उद्योगों को विशेष कर एमएसएमई इकाईयों को उत्पादन कीमत में कमी होती है और वो कॉम्पिटिशन कर पाने में सशक्त हो सकते हैं।
इस पहलू को लेकर कोसिया विदर्भ का प्रतिनिधिमंडल हाल ही में महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत से मिला एवं आने वाली नई औद्योगिक नीति में इस बारे में सकारात्मक कदम उठाने के बारे में निवेदन सौंपा।कोसिया विदर्भ के अध्यक्ष सीए जुल्फेश शाह के नेतृत्व मे प्रतिनिधिमंडल ने उद्योग मंत्री से उद्योगों की समस्याओं पर चर्चा कर महाराष्ट्र की आनेवाली नई औद्योगिक नीति में उद्योगों के हितों के लिए विभिन्न सुझाव दिए।सर्विस सेक्टर एग्रो सेक्टर,आई टी सेक्टर को प्रोत्साहित करने कुछ विशेष स्कीम्स बनाने की आवश्यकता पर भी प्रतिवेदन में जोर दिया गया है।
एमआईडीसी जमीन आबंटन, एमआईडीसी के ट्रांसफर पर जीएसटी द्वारा जारी इकाईयों को किये जा रहे नोटिस,सर्विसेस पर जीएसटी लगाकर डिमांड किये जाने से उद्यमियों पर जबरदस्ती का बोझ पड़ रहा है।इन सब मुद्दों को निवेदन मे साझा किया गया। उद्योग मंत्री सामंत ने कोसिया के प्रतिनिधियों द्वारा सुझाए गए मुद्दों के बारे में सकारात्मक विचार कर सुलझाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर रामटेक के विधायक आशीष जायसवाल, युवा उद्योजक देशमुख,कोषाध्यक्ष नितिन आळशी,राजकुमार चोखानी, अभिमन्यु चावला,अरुणपाल सिंग बहल, जॉइंट डायरेक्टर उद्योग गजेंद्र भारती, एमआईडीसी के अधिकारी महेंद्र पटेल तथा अन्य उद्योजक उपस्थित थे।