Vidarbh-Taxpayers-association
7 अगस्त 2024 8.20 PM
नागपुर- जैसा कि सभी को विदित है कि नागपुर में नये अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण हेतु वर्ष 2019 में जीएमआर ग्रुप को अनुबंधित किया गया था तथा बाद में सरकार द्वारा किसी कारणवश उस अनुबंध को रद्द कर दिया गया था, जिस कारण पिछले 4-5 वर्षों से यह मामला न्यायालय में लंबित है,जिससे नागपुर का यह अति-महत्वपूर्ण व महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट रुका हुआ है ।
इस विषय को गंभीरता से लेते हुए, विदर्भ टैक्सपेयर्स एसोसिएशन (वीटीए) ने अध्यक्ष श्रवणकुमार मालू की अध्यक्षता में तत्काल कार्यकारिणी मंडल की सभा बुलाई, जिस पर सभी सदस्यों से विस्तृत चर्चा व उनके सुझाव प्राप्त कर, रजिस्ट्रार जनरल-भारतीय सर्वोच्च न्यायालय, नितिन गडकरी-केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री, किन्जारापू राममोहन नायडू-नागर विमानन मंत्री, संजीवकुमार- अध्यक्ष, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, एकनाथ शिंदे-मुख्यमंत्री व अध्यक्ष, महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी लि., स्वाति पांडे-उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी लि. तथा जी. एम. राव-चेयरमन, जीएमआर ग्रुप को ज्ञापन प्रेषित किया।
वीटीए के अध्यक्ष श्रवणकुमार मालू ने बताया कि नया अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा नागपुर के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे नागपुुर क्षेत्र को विश्वभर में एक नई पहचान मिलेगी, परंतु इस परियोजना के लंबित होने से न केवल नागपुर का, बल्कि समस्त विदर्भ का विकास रुका हुआ है।
वीटीए के सचिव तेजिंदर सिंग रेणु ने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में देरी होने से परियोजनाओं की लागत बढती है, जिस कारण टैक्सपेयर्स पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ता है। हालांकि वीटीए को इस मामले में अभी तो किसी प्रकार का हस्तक्षेप करने में कोई रुचि नहीं है क्योंकि इससे इस मामले में और अधिक देरी होगी। अत: वीटीए ने सरकार व संबधित प्राधिकरणों से अनुरोध किया है कि वे इस मामले का किसी मध्यस्थ के माध्यम से जल्द से जल्द निपटाकर, अथवा सर्वोच्च न्यायालय इस मामले को गतिशीलता प्रदान कर, नये अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण शीघ्र शुरु कर, नागपुर के विकास को गति प्रदान करें ।
बैठक के दौरान उपाध्यक्ष हेमंत त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष पवन के. चोपड़ा, सहसचिव द्वय अमरजीत सिंग चावला व राजेश कानूनगो, कार्यकारिणी सदस्यगण एडवोकेट संजय के. अग्रवाल, गोविंद पटेल, प्रतीश गुजराथी, वीरु बालानी, हरमनजीत सिंग बावेजा, नरिंदरपाल सिंग ओसान उपस्थितथे ।