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दुबई में 31 जनवरी-1 फरवरी 2026 को अंतरराष्ट्रीय मेगा बिजनेस काॅन्क्लेव : दुनियाभर से जुटेंगे 800 उद्यमी और निवेशक
18 दिसम्बर 2025 2.10 PM
नागपुर - "नागपुर में गेटवे टू दुबई- एक्सपेंशन ब्लूप्रिंट फाॅर इंडियन एंटरप्रेन्योर्स" कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया, जिसे गल्फ महाराष्ट्र बिजनेस फोरम (जीएमबीएफ ग्लोबल) द्वारा टैमरिंड हाॅल, चिटणवीस सेंटर, सिविल लाइंस में आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम दुबई,यूएई में 31 जनवरी और 1 फरवरी 2026 को आयोजित होने वाले दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मेगा बिजनेस काॅन्क्लेव 'महा-बिज 2026' के लिए एक कर्टन रेजर के रुप में आयोजित किया गया था।
इस सत्र में विदर्भ क्षेत्र से बड़ी संख्या में उद्यमियों, पेशेवरों,निर्यातकों, कंसल्टेंट्स,स्टार्टअप और निवेशकों ने हिस्सा लिया,जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने व्यवसाय का विस्तार करने की संभावनाओं को तलाशना चाहते हैं।कार्यक्रम में दुबई और यूएई को एक प्रमुख वैश्विक व्यापार केंद्र के रुप में प्रस्तुत किया गया,जो अपनी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति,कर दक्षता,ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, पूंजी तक आसान पहुंच और मिडल ईस्ट व अफ्रीका के बाजारों के प्रवेश द्वार के रुप में जाना जाता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में कोसिया के चेयरमैन,पूर्व उपाध्यक्ष आईसीएआई डबल्यूआईआरसी, सीए जुल्फेश शाह उपस्थित थे।अपने संबोधन मे सीए जुल्फेश शाह ने भारतीय उद्यमियों को घरेलू बाजारों से आगे सोचने और दुबई को विश्व के लिए एक गेटवे के रुप में देखने के लिए प्रोत्साहित किया।उन्होंने कहा कि जीएमबीएफ ग्लोबल और महा-बिज जैसे प्लेटफॉर्म भारतीय व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर शुरुआत करने और विस्तार करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन,पहुंच और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क उपलब्ध कराते हैं।
जीएमबीएफ नागपुर के कन्विनर एनआरआई टैक्स एक्सपर्ट और एआरएएस एंड कंपनी के संस्थापक सीए अजय आर वासवानी ने महा-बिज 2026 की परिकल्पना और संरचित अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह दुबई काॅन्क्लेव विभिन्न देशों से 800 से अधिक उद्यमियों, उद्योग जगत के नेताओं और निवेशकों को एक मंच पर लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है,जिससे क्रास-बार्डर सहयोग के लिए एक प्रभावशाली प्लेटफॉर्म तैयार होता है। उन्होंने जीएमबीएफ ग्लोबल और महा-बिज पहल का अवलोकन प्रस्तुत करते हुए अपने बहुदेशीय एनआरआई क्लाइंट्स को परामर्श देने के अनुभव के आधार पर विदेशों में प्रवेश करने वाले भारतीय व्यवसायों के समक्ष आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर व्यावहारिक गहन मुद्दे साझा किए।
यूएआई स्थित जीडीटी एसोसिएट्स की पार्टनर एवं आईसीएआई दुबई की ट्रेजरर आशना मुलगांवकर ने यूएई में व्यवसाय शुरु करने की प्रक्रिया पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने मेनलैंड और फ्री जोन स्ट्रक्चर सहित कंपनी इन्काॅरपोरेशन विकल्पों,रेगुलेटरी और कम्प्लायंस आवश्यकताओं,टैक्सेशन और वैट फ्रेमवर्क,बैंकिंग और लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं तथा भारतीय उद्यमियों के लिए बिजनेस स्ट्रक्चरिंग से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को स्पष्ट किया।
सत्र के दौरान सेक्टर विशिष्ट अवसरों और मिडल ईस्ट व अफ्रीका में विस्तार के लिए एक चरणबद्ध रोडमैप पर भी चर्चा की गई,जिससे प्रतिभागियों को यूएई के बिजनेस इकोसिस्टम की स्पष्ट और व्यावहारिक समझ प्राप्त हुई।प्रतिभागियों ने वक्ताओं द्वारा साझा की गई स्पष्टता,वास्तविक अनुभवों पर आधारित जानकारी और उपयोगी मार्गदर्शन की सराहना की।
जीएमबीएफ ग्लोबल के अनुसार नागपुर सत्र ने महा-बिज 2026 के लिए जागरूकता पैदा करने,उत्साह निर्माण करने और भारतीय उद्यमियों को दुबई काॅन्क्लेव में सार्थक भागीदारी और नेटवर्किंग के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह कार्यक्रम भारतीय व्यवसायों के वैश्विक विस्तार के प्रति जीएमबीएफ ग्लोबल की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों के बीच इंटरैक्टिव नेटवर्किंग के साथ हुआ,जिससे दुबई के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय व्यापार विस्तार के प्रति गहरी रुचि और सकारात्मक माहौल स्पष्ट रुप से दिखाई दिया।

























































